ल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (एसएसएलवी), एसएसएलवी-डी2 की दूसरी विकासात्मक उड़ान है। इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सबसे छोटे रॉकेट के रूप में विकसित किया है।
इसरो ने एक और उपलब्धि हासिल की है। शुक्रवार को इसने अपना सबसे छोटा रॉकेट SSLVD2 को श्रीहरिकोटा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया।
ये कम टर्न-अराउंड समय और कई उपग्रहों को एक साथ अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करने में सक्षम रहा। इस उपलब्धि के लिए इसरो प्रमुख एस सोमनाथ के सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी।
स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (एसएसएलवी), एसएसएलवी-डी2 की दूसरी विकासात्मक उड़ान है। इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सबसे छोटे रॉकेट के रूप में विकसित किया है।
एसएसएलवी-डी2 ने आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा से सुबह 9:18 बजे उड़ान भरी। अपनी 15 मिनट की उड़ान के बाद इसने तीन उपग्रहों- EOS-07, Janus-1 और AzaadiSAT-2 को 450 किलोमीटर की गोलाकार कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया।